आखिर सुशासन ने खोज लिया नालंदा शराब कांड का बकरा...CM नीतीश के नालंदा में जहरीली शराब से 11 मौत मामले में 'थानेदार' सस्पेंड, बड़े अफसरों पर एक्शन कब?
नालंदा जहरीली शराब से 11 लोगों की मौत मामले में बलि का बकरा सुशासन की सरकार ने खोज लिया है.मामले में थानेदार को दोषी करार देते हुए सस्पेंड कर दिया गया है। लेकिन एक सवाल हमेशा बनी रहती है की जहरीली शराब मामले में सिर्फ थानेदार ही क्यों बड़े अफसर क्यों नहीं ? यही सवाल बिहार की सत्ता में बड़ी पार्टी बीजेपी भी उठा रही है। बीजेपी अध्यक्ष ने साफ कहा है कि जहरीली शराब मामले में नालंदा के बड़े अफसर की गिरफ्तारी होनी चाहिए।
बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा है कि नालंदा जिले में जहरीली शराब की सेवन से से 11 मौतें हो चुकी हैं। जदयू प्दोरवक्ता ने दो दिन पहले मुझसे जहरीली शराब पर प्रश्न पूछा था। आज मेरा प्रश्न उस दल से है कि क्या इन 11 लोगों के पूरे परिवार को जेल भेजा जाएगा. क्योंकि अगर कोई जाकर उनके यहां सान्तवना देता तो यह आपके लिए अपराध है। अगर शराबबंदी लागू करना है तो सबसे पहले नालंदा प्रशासन द्वारा गलत बयान देने वाले उस बड़े अफसर की गिरफ्तारी होनी चाहिए क्योंकि प्रशासन का काम जिला चलाना होता है ना कि जहरीली शराब से मृत व्यक्तियों को अजीबोगरीब बीमारी से मरने का कारण बताना। यह साफ बताता है कि प्रशासन स्वयं शराब माफिया से मिला हुआ है और उनकी करतूतों को छुपाने का काम कर रहा है।
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